1 कुरिन्थि 1:27 - गढवली नयो नियम27 पर पिता परमेश्वर ल दुनिया का मूर्खों तैं चुणि कि बुद्धिमानों तैं शर्मिंदा करुनु अर पिता परमेश्वर ल दुनिया का कमजोरों तैं चुणि, कि तागतबरों तैं शर्मिंदा करुनु। Gade chapit laGarhwali27-29 अर कुई भि मनखि पिता परमेस्वर का समणि बड़ु मोन नि कैरी सकदु। अर वेन ही ज्ञानी लोगु की बेजती करणु खुणि, दुनियां का ऊं लोगु तैं चुणी जौं तैं कुछ नि समझै जान्दु। अर वेन ही दुनियां का कमजोर लोगु तैं भि चुणी, ताकि ऊ ताकतबर लोगु तैं सरमसार कैरी सैका। अर जु इन बुल्दिन कि हम खास लोग छां पिता परमेस्वर न ऊंतैं ना, बल्किन मा हम जन लोगु तैं जु कि दुनियां की नजर मा कुछ भि नि छा, अर नीच जात का मणै जन्द्यां। हाँ, हमतै ही जु कि कुछ नि छां पिता परमेस्वर न अफ खुणि चुण्यालि। Gade chapit la |
मि इन इलै बुल्णु छों, किलैकि पिता परमेश्वर ल समझदारी का दगड़ी यु निर्णय लये कि ई दुनिया का लोग अपड़ी काबलियत ल वे तैं जनण मा सक्षम नि छिनी। इलै पिता परमेश्वर ल ऊं लुखुं तैं बचौणु कु जु हमारा द्वारा प्रचार किये गै शुभ संदेश तैं मणदींनि, अर जु लोग यु नि मणदींनि उ बुल्दींनि कि हमारा उपदेश कु कुई फैदा नि च।