रोमियों 9:16 - Garhwali16 इलै या बात मनखि कि इच्छा या वेकी कड़ी मेनत पर नि च टिकी, बल्किन या बात त दया करण वळा पिता परमेस्वर पर टिकी च। Gade chapit laगढवली नयो नियम16 त पिता परमेश्वर वे मनिख तैं चुणलो जै पर उ दया दिखांणु कु फैसला लींद; वेकी पसंद ईं बात पर निर्भर नि करदी कि लोग की चंदींनि या क्य कने की कोशिश करदींनि। Gade chapit la |
मगर दुई जौंळ्या बच्चों तैं जनम देण से पैलि, पिता परमेस्वर न रिबका कू बोलि छौ कि, “बड़ु नौनु अपणा छुटा भै की सेवा करलु।” अर ना ही ऊं नौनो न कुई अच्छु या बुरु काम कैरी छौ। मगर पिता परमेस्वर न इन इलै बोलि, ताकि वेन जैतैं चुण्यूं च, वेका द्वारा पिता परमेस्वर की योजना बणि रौ। अर यू सब त इलै ह्वे, ताकि इन साबित ह्वे जौ कि कै मनखि को चुणै जाण परमेस्वर की मनसा का मुताबिक ही होन्दु। अर पिता परमेस्वर की योजना कै मनखि का काम का मुताबिक नि बणदी, बल्किन मा वेन वेतैं किलै बुलै वेका मुताबिक होन्दी।
अर उख मि इलै ग्यों, किलैकि परमेस्वर न मि पर यू परगट कैरी छौ, कि मितैं उख जाण चयेणु। अर उख मि ऊं लोगु से मिलु, जु कि बिस्वासी समुदाय का अध्यक्ष लोग छा। अर ईं सभा मा मिन ऊंतैं अकेला मा जैके वे शुभ समाचार का बारा मा बतै, जैको परचार मि ऊं लोगु का बीच मा कनु छौं जु यहूदी जाति का नि छिन। अर इन मिन इलै कैरी, ताकि मेरी पैले की मेनत अर ज्वा मि अभि कनु छौं, कखि वा बरबाद नि ह्वे जौ।