रोमियों 6:16 - Garhwali16 अर क्या तुम नि जणद्यां, जब तुम खुद तैं एक गुलाम की तरौं दुसरो का सुपुर्द कैरी देन्द्यां, तब तुम उई काम करद्यां, जन तुमरो मालिक चान्दु। अर ठिक उन्नि जु मनखि पाप की सेवा करदु वेका बदला मा वे खुणि मौत रखी च, अर जु मनखि पिता परमेस्वर की आज्ञा को पालन करदु वांका बदला मा वे खुणि सदनि को जीवन रख्युं च। Gade chapit laगढवली नयो नियम16 तुम जंणदा छा कि जब तुम अपड़ा आप तैं कैका गुलाम हूंणु कु दे दींदयां त उ मनिख तुमारो स्वामी हवे जांद, अर तुम तैं इन ही कन चयणु च जु उ बुल्द; तुम पाप का दास हवे सकदा छा जु मृत्यु का तरपां लीजांद, या फिर तुम परमेश्वर की आज्ञा कु पालन कनु कु चुनाव कैरी सकदां, जु धर्मी जीवन कि तरपां लीजांद। Gade chapit la |
इलै हे मेरा प्यारा भै-बैंणो, जब बटि पिता परमेस्वर न अपणी बड़ी दया तुम पर कैरी, अर मि तुम से बिन्ती करदु, कि तुम सभ्या का सभि भलै का कामों खुणि अपणा-अपणा जीवनों तैं एक बलिदान का रुप मा वे खुणि चड़ै द्या, अर वेकी महान सेवा खुणि खुद तैं दे द्या। अर या ही बात तुम खुणि सच्चि पूजा का जन च ज्वा की तुमतै करण चयेणी।