रोमियों 14:23 - Garhwali23 पर जु मनखि सक कैरिके खाणुक तैं खै देन्दु त उ दोषी ठैरि जान्दु, किलैकि वेन इन बिस्वास नि कैरी कि यू सही च। अर मनखि जै काम तैं बिना बिस्वास का करदु, उई त पाप च। Gade chapit laगढवली नयो नियम23 जु तु ईं बात तैं लै के शक करदी छै कि त्वे तैं कुछ खांण चयणु च या न, त तु यु तैं खै के पाप कनि छै, किलैकि तु अपड़ा विश्वास कु पालन नि कनि छै, किलैकि उ विश्वास बट्टी नि खांदो, अर हम जु भि करद्यां, जु यु प्रभु मा विश्वास का दगड़ी नि च, त उ हम कु पाप च। Gade chapit la |
पर फिर भि यू ज्ञान सब लोगु का पास नि च, किलैकि कुछ लोगु का बिंगण मा त अभि तक नि ऐ कि मूरतों मा कुई भि ताकत नि होन्दी। अर इन्द्रया लोग पैलि त मूरतों की पूजा करदा छा, अर ऊंका अगनै चड़ईं चीजों तैं खान्दा छा। अर अब जब वु लोग खाणुक खनदिन, त इन सोचदिन कि कखि यू मूरतों का अगनै चड़यूं खाणुक त नि च। तब ऊंको जमीर कमजोर होण की वजै से ऊंतैं दोषी ठैरान्दु, अर ऊ लोग इन बुल्दिन कि, “अरे, हम पाप कना छां।”