रोमियों 14:19 - Garhwali19 इलै हम ऊं बातों तैं पूरु करण मा लग्यां रा, जौं बातों से मेल-जोल होन्दु, अर जु बात एक-दुसरा का बिस्वास तैं मजबूत बणौण मा काम औन्दिन। Gade chapit laगढवली नयो नियम19 इलै हम ऊं बातों की कोशिश नि कैरा, जु लुखुं तैं शान्ति का दगड़ी रौंणो कु कारण बंणौंदींनि अर एक दुसरो कु विश्वास मजबूत कन मा मदद कैरा। Gade chapit la |
हे मेरा भै-बैंणो, अब मि आखिरी मा तुमकु इन बोन्न चान्दु कि तुम खुश रा, अर अपणा-अपणा चाल-चलन मा हरेक दिन सुधार ला, अर जु-जु काम करणु कू मिन तुमकु बोलि ऊंतैं पूरु कैरा। अर एक-दुसरे की बात तैं स्वीकार कैरा अर एकजुट ह्वेके रा, अर एक-दुसरा का दगड़ा मा शान्ति से रा। अर पिता परमेस्वर तुमतै एक-दुसरा का दगड़ा प्यार करण मा, अर शान्ति से जीवन जीण मा पूरि मदद करलु।
इलै हे मेरा भै-बैंणो, तुमतै क्या-क्या कन चयेणु उ अब मि तुमतै बतौन्दु, जब तुम परमेस्वर की भक्ति करणु खुणि एक जगा इकट्ठा होनद्यां, त पवित्र आत्मा का द्वारा तुम मा बटि कई लोग पिता परमेस्वर का भजन गन्दिन, अर कुछ शिक्षा देन्दिन। अर अगर कै मनखि पर कुछ परगट किये गै, त उ वीं बात का बारा मा बतौन्दु। अर कुछ लोग पवित्र आत्मा का द्वारा अलग-अलग भाषा मा बात करदिन, त कुछ वीं भाषा को मतलब आम बोल-चाल मा बतौन्दिन। अर यू सब कुछ पिता परमेस्वर का द्वारा किये जान्दु, ताकि एक-दुसरे की तरक्की हो अर सब लोग आत्मिक रुप से मजबूत होन्दी जा।
हे मेरा प्यारा भै-बैंणो, अर तुम अभि तक इन समझणा ह्वेल्या कि हम अपणी सफै देणा छां, पर मि यू सब बात इमानदारी से बुलणु छौं, किलैकि मेरु रिश्ता प्रभु यीशु मसीह का दगड़ा मा च अर पिता परमेस्वर मेरी सब बातों तैं सुनणु च। इलै जु कुछ भि मि बुल्दु या करदु छौं वु सब कुछ तुमरा फैदा खुणि ही च, ताकि तुमरो बिस्वास मजबूत ह्वे जौ।
हे मेरा दगड़्यों, अब मि ऊं चीजों का बारा मा बतौण चान्दु, जु कुछ भि मूरत का अगनै चड़ये जान्दु, वीं सच्चै का बारा मा तुम जणदा ही छाँ, अर वेका बारा मा तुम सभ्यों का पास पूरु ज्ञान च। अर अगर तुम कैं चीज का बारा मा जणदा छाँ, त याद रखा कि जादा ज्ञान होण से मनखि का मोन भौत चैड़ि जनदिन, पर अगर जु हम एक-दुसरा से प्यार करद्यां, त यां से एक-दुसरे की तरक्की होन्दी।
मि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि ऊं सब भाषाओं मा बात कैरा, जु कि तुमुन सिखी नि छिन, मगर मि इन भि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि भविष्यबाणी कैरा, किलैकि जु मनखि भविष्यबाणी करदु उ वे मनखि से बढी के च जु अलग-अलग भाषा मा बात करदु। अर अगर दुसरि भाषा बोन्न वळु मनखि अपणी बातों को मतलब आम बोल-चाल मा नि बतै सैको, त वेकी बुलिं बातों से बिस्वासी समुदाय का लोग मजबूत नि ह्वे सकदिन।