रोमियों 14:13 - Garhwali13 इलै अब से एक-दुसरा की गळती निकळण छोड़ि द्या, अर ना ही हमतै कुई इन्द्रयो फैसला लेण चयेणु, ज्यां से कि कै बिस्वासी भै या बैंण तैं अपणा जीवन मा उतेडु़ लगु या उ पाप मा पोड़ि जौ। Gade chapit laगढवली नयो नियम13 इलै अगनैं कु हम एक हैंका पर भंगार नि लगयां पर तुम यु ही ठांणी ल्यावा की कुई भि अपड़ा भैय का संमणी पाप कन या ठोकर खांणु कु कारण नि रख्यां। Gade chapit la |
“मगर फिर भि तुमरा खिलाप मा बुलणु खुणि मि मा कुछ ही बात छिन कि तुमरा बीच मा कुछ लोग इन्द्रया छिन जु कि बिलाम की शिक्षा तैं मणदिन, हाँ, बिलाम जैन राजा बालक तैं सिखै छौ कि कुछ इन कैर, ज्यां से कि इस्राएली लोग मूरतों का अगनै अरपण मा चड़ईं चीजों तैं खा, अर ऊं खुणि इन जाल बिछौ कि ऊंका नौना सरील का गळत सम्बन्ध तैं ही पूरु करण पर लग्यां रा।
हे मेरा दगड़्यों, यीशु मसीह को प्यार हमतै मजबूर करदु, ताकि हम सब भलै का काम कैरा। अर हम जणदा ही छां कि एक यीशु मसीह ही च जु कि सब लोगु का खातिर मरे गै, अर मौत की ज्वा सजा हमतै मिलण वळी छै वा वेन खुद सै दिनी। अर अब हमरु यू फरज बणदु कि हम सभ्या का सभि अपणा-अपणा फैदा खुणि जीवन नि ज्या, बल्किन मा हमतै यीशु मसीह का मुताबिक अपणु-अपणु जीवन जीण चयेणु, जैतैं पिता परमेस्वर न मुरदो मा बटि ज्यून्द कैरी।