रोमियों 12:3 - Garhwali3 अर ज्वा किरपा पिता परमेस्वर न मि पर कैरी, वेका मुताबिक मि तुमतै बतै देन्दु, कि तुम भि भौत कुछ छाँ इन दिखौणु खुणि तुम लोगु का समणि खुद तैं परगट नि कैरा, बल्किन मा जु बिस्वास पिता परमेस्वर न तुमतै सौंपी, वेका बारा मा ध्यान से सोच-विचार कैरा। Gade chapit laगढवली नयो नियम3 किलैकि मि वीं दया का कारण जु परमेश्वर बट्टी मि तैं मिल्युं च, तुम मा बट्टी हरेक कु बुल्णु छौं, कि जन समझण चयणु च, वे बट्टी बढ़ि के कुई भि अपड़ा आप तैं नि समझो; पर जन पिता परमेश्वर ल हरेक तैं परिमाण का अनुसार जथग विश्वास दियुं च उथग ही बांटि, उन ही अच्छी बुद्धि का दगड़ी अपड़ा आप तैं समझा। Gade chapit la |
अर उ बिस्वासी समुदाय का सब लोगु तैं पूरि तरौं से एक कैरिके रखदु, ज्यां से की हरेक मनखि अपणा-अपणा बुलये जाण का मुताबिक काम कैरी सैको। अर समुदाय को हरेक मनखि इन इलै कैरो, ताकि हरेक बिस्वासी वचन मा अगनै बढी सैको। अर मसीह जु कि बिस्वासी समुदाय को मुण्ड़ च वेको पूरु सरील खूब रौ, हम हरेक दिन बढदी जां अर वेका प्यार मा जड़ भि पकड़दी जां।
अर उन्नि मि चान्दु, कि जनानियां भि दुसरो तैं दिखाणु खुणि अपणा बाळो तैं बन्नि-बन्नि किसम से नि बणा, अर ना दिखाणु खुणि सोना, मोति अर मैंगा कपड़ा पैरा। पर मि तुमतै बतै देन्दु कि तुमतै क्या करण चयेणु, तुम सीदी-सादी बणि के अर ढंग का कपड़ा पैरि के तयार ह्वा। अर भलै का कामों का द्वारा अपणा जीवन तैं सजा,
अर या बात सच्चि च कि मिन तुमरा दगड़ा मा उन बरतौ नि कैरी जन मि दुसरि जगा मा रौण वळा बिस्वासी समुदाय का लोगु का दगड़ा मा करदु, जौं की शुरुवात मेरा द्वारा ही किये गै। अर तुमतै क्या लगदु कि मिन कुछ गळत कैरी? नऽ रे ना, मिन त अपणी जरुरत तैं पूरि करणु खुणि तुम से कुछ नि मांगि, त क्या अब मितैं तुम से माफी मंगण पोड़लि?