बुरै का बदला मा बुरै नि कैरा अर ना ही गळी का बदला मा गळी द्या, मगर इन्द्रया लोगु तैं बदला मा आसीस ही द्या, किलैकि पिता परमेस्वर न तुमतै यां खुणि ही बुलयूं च, ताकि तुम आसीस का वारिस बणि जा।
अर पवित्रशास्त्र मा इन्नि भि लिख्यूं च कि, “अगर तेरु दुसमन भूकि च, त वेतैं खाणुक खिलै। अर अगर जु वु तिसळु च, त वेतैं पाणि पिलै। किलैकि इन करण से तू वेतैं दोषी साबित कैरी दिली, अर वेतैं खुद पर बड़ी सरम आली।”
दगड़्यों, हरेक मनखि अपणा अधिकारीयों का अधीन मा रौ, किलैकि पिता परमेस्वर की इजाजत का द्वारा ही मनखियों तैं अधिकार दिये जनदिन। अर आज भि जु अधिकारी लोग छिन वु भि पिता परमेस्वर का द्वारा ही ठैरैये गैनी।