रोमियों 1:28 - Garhwali28 अर जब ऊं लोगु न अपणा मन मा परमेस्वर का ज्ञान तैं रखण खूब नि समझि, त परमेस्वर न भि ऊंतैं ऊंका भ्रष्ट मन का हाल पर ही छोड़ दिनी, ताकि वु बुरा काम करण पर ही लग्यां रा। Gade chapit laगढवली नयो नियम28 किलैकि ऊंल पिता परमेश्वर का ज्ञान तैं बणयूं रखण ठिक नि समझी, त परमेश्वर ल भि उ सभि अनुचित काम कनु कु ऊं तैं ऊंका निकम्मा मन का वश मा छोड़ी येले। Gade chapit la |
अर जब यीशु वापस आलु, त वेका अपणा लोग वेको बड़ु आदर-सम्मान करला अर वे खुणि ताजुब करला, किलैकि जु वचन हमुन तुमतै बतै वे पर तुमुन बिस्वास कैरी। इलै तुम भि ऊं पवित्र लोगु का दगड़ा मा सामिल ह्वे जैल्या, मगर जु बिस्वास नि करदिन वु लोग वे दिन पर प्रभु का समणि अर वेकी महानता मा बटि दूर किये जाला, अर सदनि का विणास को दण्ड पाला। किलैकि ऊंन हमरा प्रभु यीशु का बारा मा वेकी ईं अच्छी खबर तैं नि माणी, अर ना ही हमरा परमेस्वर तैं पछ्याणदिन। अर जब यीशु वापस आलु, तब यू सब कुछ होलु।
अर मि तुमतै बतै देन्दु कि बिस्वासी लोगु तैं धोखा देण खुणि जौं बातों को इस्तेमाल वु लोग करदिन, वु पूरि तरौं से गळत छिन। अर जब वु अपणी बातों का द्वारा परमेस्वर का ज्ञान को विरोध करदिन, तब हम ऊंका विचारों को नास परमेस्वर का वचन का द्वारा करद्यां। अर ऊंकी सोच तैं बदलि के उन्नि बणौन्द्यां जन यीशु मसीह चान्दु।