दिब्य दरस 6:11 - Garhwali11 अर ऊंमा बटि हरेक तैं एक सफेद चोळा दिये गै। अर ऊंतैं कुछ देर तक रुकणु कू बुलै गै, जब तक कि ऊंका ही जन दुसरा बिस्वासी भैयों अर सेवकों की गिनती पूरि नि ह्वे जौ, जौं की हत्या ऊंकी ही तरौं किये गै। Gade chapit laगढवली नयो नियम11 ऊंमा बट्टी हर एक तैं एक सफेद कपड़ा दिए गै पिता परमेश्वर ल ऊं बट्टी बोलि, “अभि आराम कैरा, किलैकि अब भि तुम्हरो कुछ दगड़ी काम कन वला अर तुम्हरा दगड़िया विश्वासी छिनी जूं तैं तुम जन ही मरै जालो। जब मरै जांण वलो की गिणती पूरी हवे जाली, तब ही मि बदला ल्युलु।” Gade chapit la |
अर तुम बिस्वासी समुदाय मा अयां छाँ, अर समुदाय का लोगु का नौ स्वर्ग मा लिख्यां छिन। अर सुणा, परमेस्वर न ऊंतैं अपणी औलाद बणै के अपणा पैला जनम्यां नौना होण को अधिकार ऊंतैं दियाली। तुम वे परमेस्वर का पास अयां छाँ, जु कि सभ्यों को न्याय सच्चै से करदु। अर तुम पुरणा जमना का ऊं बिस्वासी लोगु का पास अयां छाँ, जु परमेस्वर की बातों का पिछनै चलि के परमेस्वर का पास औण का लैख बणि गैनी।