दिब्य दरस 3:15 - Garhwali15 “मि तुमरा कामों तैं जणदु छौं, कि तुम बिस्वास मा नऽ त ठण्ड़ा छाँ अर ना ही गरम, कास तुम ठण्ड़ा होन्दा य त गरम। Gade chapit laगढवली नयो नियम15 मि जंणदु छो कि तेरा काम कन छिनी कि तू आलंकारिक रूप मा वे पांणी का जन छै जु न त गर्म च अर न ही ठंड़ो। मि चांदु छो कि जु तू मेरू अनुसरण करदी त हकीकत मा अनुसरण कैर, जु न, त बिल्कुल नि कैर। Gade chapit la |
अर मितैं ईं बात की डौऽर च कि कखि इन नि हो कि जब मि तुमरा बीच मा औंऽऽ, त जन मि चान्दु तुमतै उन नि पौं, अर जन तुम मिसे चन्द्यां उन तुम मितैं नि पा। अर मितैं इन भि डौऽर च कि तुमरा बीच मा झगड़ा करण वळा, खार खाण वळा, जल्दी नाराज होण वळा, अपणु ही भलु चाणा वळा, बदनाम करण वळा, झूठ्ठी बात फैलाण वळा, बड़ु मोन करण वळा, अर दंगा करण वळा लोग मौजूद छिन।
“हे इफिसुस नगर का बिस्वासी लोगु, मि तुमरा काम अर तुमरि कड़ी मेनत का बारा मा जणदु छौं, अर दुख का बगत मा तुमरा सबर रखण की ताकत का बारा मा भि मि जणदु छौं, अर मि इन भि जणदु कि तुम बुरा लोगु तैं बरदास नि कैरी सकदी, जु खुद तैं मेरा खास चेला बतौन्दिन, पर असल मा ऊ छैई नि छिन। अर तुमुन ऊं लोगु की जाँच-पड़ताल कैरी अर ऊंतैं झूठ्ठु पै।