हमतै कैन का जन नि बणण चयेणु, जैन अपणा सगा भै तैं जान से मार दिनी। अरे, वु त शैतान की औलाद छौ, अर वेन अपणा सगा भै तैं जान से इलै मारी, किलैकि वेका भै न पिता परमेस्वर की नजर मा भलै का काम कैरी छा मगर कैन न बुरै का काम कैरी छा।
अर तुम क्या सोचद्यां कि ज्वा बात पवित्रशास्त्र मा लिखीं च वा सुद्दी च? “ज्वा आत्मा पिता परमेस्वर न मनखि तैं देई, कखि वा आत्मा वे बटि दूर नि ह्वे जौ, वेका खातिर वेतैं जलन होन्दी।”
मगर जब यहूदी जाति का लोगु न इथगा भीड़ देखि, त ऊंतैं देखि के यू लोग जलत्यौण लगि गैनी। अर पौलुस जु की परमेस्वर की बातों तैं बतौणु छौ वेका मा खिलाप अनाप-सनाप बुलण लगि गैनी।