25 अर आसमान का गैंणा मूड़ी पोड़ि जाला, अर जु कुछ भि आसमान मा च वु सब कुछ इनै-उनै ह्वे जालु।
25 अर आसमान बट्टी गैणा मूड़ि पोड़न लगि जाला अर आसमान कि सैरी शक्ति अर चिन्ह हिलैये जाला।
अर आसमान का गैंणा धरती मा पोड़ि गैनी, जन कि तेज बथौं चलण पर काचा तिमला डाळा बटि भ्वीं मा पोड़ि जनदिन।
अर यीशु न चेलों कू इन भि बोलि, “यों सब मुसीबतों का तुरन्त बाद सूरज अन्धेरु ह्वे जालु, अर चाँद भि अपणु उज्याळु देण बन्द कैरी दयालु, अर गैंणा आसमान बटि धरती मा पोड़ि जाला, अर आसमान की सब शक्तियाँ इनै-उनै ह्वे जालि।