30 अर उख शमौन की सासु तैं तेज जौर औणु छौ, अर ऊंन तुरन्त यीशु तैं वींका बारा मा बतै।
30 अर शमौन पतरस की सास जौर का कारण पड़ीं छै, अर तब चेलों ल यीशु मा बोलि कि शमौन कि सास बिमार च।
क्या हमरु यू हक नि च? कि हम भि कैं बिस्वासी बैंण का दगड़ा मा ब्यौ कैरा अर जख भि जा वींतैं अपणा दगड़ा मा लि जा, जन कि और खास चेलों न, अर प्रभु का भैयों न अर पतरस न भि कैरी।
जब लाजर बिमार ह्वे गै, तब वेकी बैंणो न यीशु कू रैबार भेजि कि, “हे प्रभु देखा, जै से तुम प्यार करद्यां उ बिमार होयुं च।”
वेन इन बोलि कि, “गुरुजी, मेरी छुटी नौनि मुरण वळी च, तुम चलि के अपणु हाथ वीं पर रख द्या, ताकि वा ठिक ह्वे जौ अर ज्यून्द रौ।”
अर जब यीशु पतरस का घौर मा ऐ, त वेन वेकी सासु तैं जौर मा पोड़्यूं देखि।
अर येका बाद यीशु तुरन्त प्रार्थना भवन बटि निकळि, अर याकूब अर यूहन्ना का दगड़ा मा शमौन अर अन्द्रियास का घौर गै।
अर यीशु न वींका पास ऐके वींको हाथ पकड़ी के उठे, अर वींको जौर उतरि गै, तब वा ऊंकी सेवा-भगत करण लगि गै।