मत्ती 3:2 - Garhwali2 “अपणा-अपणा पापों से पस्ताप कैरा, किलैकि परमेस्वर राज करण वळु च अर उ नजदीक ही च।” Gade chapit laगढवली नयो नियम2 कि, “पापों तैं मांणी कै मन फिरावा किलैकि स्वर्ग कु राज्य नजदीक ऐ गै।” Gade chapit la |
अर जु लोग तुमरि शिक्षा को विरोध करदिन, इन्द्रया लोगु तैं तुमतै नमर बणि के सिखौण वळु होण चयेणु, किलैकि विरोध करण वळा यू लोग शैतान की इच्छा तैं पूरि करणु खुणि वेका जाल मा फंस्यां छिन। अर यों लोगु तैं ईं उम्मीद का दगड़ा मा सिखौ, कि क्या पता परमेस्वर यों तैं भि पस्ताप करण को मन दे द्यो, ताकि यू भि सच्चै का ज्ञान तैं समझि जा अर चौकस ह्वेके शैतान का जाल बटि छुटी जा।
इलै हे मेरा दगड़्यों, आ, अर जु कुछ भि हमतै यीशु मसीह का बारा मा पैलि सिखये गै हम वीं ही शिक्षा मा नि बणयां रा, बल्किन मा बड़ा होण का नाता और भि जादा अगनै बढा अर मजबूत होन्दी जा। अर अब तुमतै यू सब बात बतौण की जरुरत नि छिन कि आखिर हमतै वु सब काम किलै छुड़ण चयेणा जु कि मौत कि तरफा लेके जनदिन, अर हमतै पिता परमेस्वर पर किलै भरोसा रखण चयेणु।
मिन पैलि दमिश्क नगर मा, अर फिर यरूशलेम नगर मा जैके परचार कैरी। अर येका बाद मि यहूदिया का पूरा मुलक मा, अर ऊं लोगु का बीच मा जैके परचार कनु रौं जु यहूदी जाति का नि छिन। ताकि वु सब अपणा-अपणा पापों से पस्ताप कैरिके परमेस्वर की तरफा ऐ जा, अर इन काम कैरा ज्यां से इन पता चलि जौ, कि ऊंन अपणा-अपणा पापों से पस्ताप कैरियाली।