मत्ती 18:3 - Garhwali3 “मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौं कि जबरि तक तुम खुद तैं बदलि के एक बच्चा का सभौ का जन नि बणि जैल्या, तबरि तक तुम स्वर्ग का राज मा नि जै सकद्यां। Gade chapit laगढवली नयो नियम3 अर बोलि, “मि तुम मा सच बुल्ण छौं कि तुम मनों तैं फिरैल्या अर बच्चों का जन बंणिल्या तब तुम ल स्वर्ग का राज्य मा जै सकण।” Gade chapit la |
हे मेरा भै-बैंणो, तुम अपणी सोच तैं छुटा बच्चों की तरौं नि बणा, बल्किन मा समझदार बणा। अर अगर जु तुम बच्चों की तरौं ही बणण चन्द्यां, त बुरै खुणि बणा। अर या बात मि इलै बोन्नु छौं, किलैकि बच्चा कै की बुरै का बारा मा नि सोचदिन। अर जख तक पिता परमेस्वर की खासियत का बारा मा बात च, त तुम लोग स्यांणा लोगु की तरौं सोच रखा।
अर यीशु न भीड़ का लोगु कू इन भि बोलि कि, “जब तुम उपवास रखिल्या, त ढोंगि लोगु की तरौं तुमरा मुख पर उदासी नि हो, किलैकि ऊ अपणु मुख इन्द्रयो इलै बणै के रखदिन, ताकि लोग समझि जा कि ऊंको उपवास रख्युं च। पर मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौ, कि लोगु बटि त ऊंतैं आदर-सम्मान मिली गै, मगर पिता परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।
इलै जब तू कै गरीब तैं दान-दकछिणा दिली, त यां को ढिनडोरु नि मचै जन कि प्रार्थना भवन अर बाटों मा ढोंगि लोग अपणु ढिनडोरु मचौन्दिन, ताकि दुसरा लोगु बटि ऊंतैं पूरु आदर-सम्मान मिलु। पर मि तुमतै बतै देन्दु, कि सच्चि बात या च कि इन्द्रया लोगु तैं दुसरा लोगु बटि पूरु आदर-सम्मान त मिली गै, मगर परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।