“पर मि तुम बटि बोन्नु छौं, कि अपणा दुसमनों बटि प्यार कैरा, अर ऊंका दगड़ा मा भलै कैरा। अर फिर वापिस मिलणे की आस नि रखी के करज द्या। तब तुमतै बड़ु इनाम मिललु, अर तुम सबसे महान परमेस्वर की औलाद बणि जैल्या। किलैकि उ ऐसान नि मनण वळो अर बुरा लोगु पर भि अपणी किरपा करदु।
तब यीशु न ऊंकू इन भि बोलि, “एक-दुसरा पर इळजाम नि लगा, त तुम पर भि इळजाम नि लगये जालु। अर कैतैं भि दोषी नि ठैरा, त तुमतै भि दोषी नि ठैरैये जालु, एक-दुसरा तैं माफ कैरा त तुमतै भि माफ किये जालु।
पर जु ज्ञान परमेस्वर की तरफा बटि औन्दु, उ सबसे पैलि त पवित्र च। फिर उ ज्ञान मिलणसार, शान्त सभौ को, दुसरो तैं समझण वळु, दया अर अच्छा गुणों से भरपूर च। अर वेमा भेदभाव अर कपट नि होन्दु।