तब मिन यीशु तैं इन बुल्द सुणी कि, “सुणा, मि अचानक एक चोर की तरौं औणु छौं, धन्य च उ जु चौकस रौन्दु, अर अपणा कपड़ों की हिफाजत करदु, अर वेतैं इनै-उनै नंगि नि घूमण पोड़लु, अर ना ही उ सरम मैसूस करलु।”
अर वेन एक ही मनखि बटि सब जाति का लोगु तैं बणै, ताकि वु पूरि धरती मा बसी जा। अर वे ही परमेस्वर न खुद ही फैसला कैरी, अर पैलि बटि ही वेन मनखियों खुणि बगत ठैरै, अर इन भि ठैरै कि कैं जगा मा कैतैं रौण चयेणु,
इलै चौकस रा, कखि तुम भि दुनियां का भोग-बिलास मा, दरोळया होण मा, अर जीवन की चिन्ता-फिकर कैरिके अपणा मन तैं यों बातों का भार से दबै नि द्या। अर वु दिन एक जाल की तरौं तुम पर अचानक से ऐ जालु।