लूका 21:34 - Garhwali34 इलै चौकस रा, कखि तुम भि दुनियां का भोग-बिलास मा, दरोळया होण मा, अर जीवन की चिन्ता-फिकर कैरिके अपणा मन तैं यों बातों का भार से दबै नि द्या। अर वु दिन एक जाल की तरौं तुम पर अचानक से ऐ जालु। Gade chapit laगढवली नयो नियम34 इलै सचेत रावा इन नि हो कि तुमारा मन खुमारि अर मतवला पन अर यु जीवन कि चिन्ता फिकर सुस्त हवे जौनु अर उ दिन तुम पर फंदा कि तरौं अचाणचक ऐ जौं। Gade chapit la |
अर यू सब बतौणु खुणि ही मि तुम खुणि इन लिखणु छौं, कि तुमतै इन्द्रया लोगु का दगड़ा मा मेल-जोल नि रखण चयेणु, जु खुद तैं मसीह का लोग बतौन्दिन, मगर दुसरो का दगड़ा मा गळत सम्बन्ध रखदिन, या लालची छिन, अर मूरत पूजा या गळी देण वळा छिन, या फिर दरोळया, दुसरो तैं धोखा देण वळा छिन। अरे, मि तुमतै बतै देन्दु कि इन्द्रया लोगु का दगड़ा मा खाणुक खाण भि छोड़ि द्या।
तब यीशु न ऊंकू बोलि, “जब तुम लड़ै अर दंगों का बारा मा सुणिल्या, त घबरै नि जयां, किलैकि यों सब बातों को पैलि होण जरुरी च। पर वे बगत भि अन्त तुरन्त नि आलु, अर भौत सरा लोग मेरा नौ से आला अर बुलला कि, ‘मि उई छौं,’ अर इन भि बुलला कि उ ‘बगत नजदीक ऐ गै।’ पर मि तुमतै बतै देन्दु कि, तुम कै का पिछनै नि जयां, इलै चौकस रा कखि कुई तुमतै भरमै नि द्यो।”