अर वेका बाद जनगणना का दिनों मा गलील मुलक को रौण वळु यहूदा नौ एक और मनखि मुखिया बणि के ऐ, अर वेन कुछ लोगु तैं अपणु चेला बणै दिनी। पर जब वु मोरि गै, त जथगा भि लोग वेकी मणदा छा वु सब भि तितर-बितर ह्वे गैनी।
तब वेन बोलि, “हाँ, गुरुजी देन्दा छिन।” अर जब पतरस घौर मा ऐ, त वेका बोन्न से पैलि ही यीशु न वेसे पूछी, “शमौन, तू क्या सोचदी? कि दुनियां का राजा कै बटि चुंगी अर कर लेन्दिन, अपणा नौना बटि या दुसरा लोगु बटि?”
तब जासूसों न यीशु कू बोलि, “गुरुजी, हम जणदा छां कि तुम बिल्कुल सही बुल्द्यां अर सिखौन्द्यां। अर ना ही कै का दगड़ा मा पक्षपात करद्यां, पर सच्चै से परमेस्वर का बाटा का बारा मा सिखौन्द्यां। पर हमतै एक बात बता कि,
अर उख पौंछी के वु लोग यीशु पर इळजाम लगै के बोन्न लगि गैनी कि, “यू आदिम हमरा लोगु तैं भरमौन्दु, अर इन भि बुल्दु कि महाराज तैं कर नि देण चयेणु। अर इन भि बुल्दु कि, ‘मि मसीह छौं अर मि एक राजा भि छौं।’”