31 अर अगर कुई तुम बटि पूछलु, किलै खुलणा छाँ रे येतैं? त इन बुलयां कि, ‘प्रभु तैं येकी जरुरत च।’”
31 जु तुम मा कुई भि कुछ पूछो कि इन किलै कना छा? त हमारा प्रभु तैं यु कि जरुरत च।
अर यीशु मसीह जु की सभ्यों को प्रभु च वेका द्वारा शान्ति को शुभ समाचार सुणौन्द दौं परमेस्वर न इस्राएली लोगु का पास जै वचन तैं भेजि वेतैं त तुम जणदा ही छाँ।
“समणि का गौं मा जा, अर उख पौंछदि तुमतै एक गधा को बच्चा बन्धयूं मिललु, जै पर अभि तक कुई नि बैठि वेतैं खोली के इख ला।
तब वु चेला चलि गैनी, अर जौं चेलों तैं यीशु न भेजि अर जन वेन ऊंकू बोलि छौ, ऊंन जैके ठिक उन्नि पै।