33 अर ऊ वे पर कोड़ा मरला, इख तक की जान से मार द्याला, पर उ तिसरा दिन ज्यून्दु ह्वे जालु।”
33 अर उ मि तैं खत्म कैरी द्याला, अर मि तिसरा दिन का बाद ज्यूँदो हवे जौलु।
ऊंन बोलि छौ कि, ‘यू जरुरी च कि मनखि को पुत्र पापि लोगु का हाथ मा पकड़वै जौ, ताकि ऊ वेतैं क्रूस पर चड़ै द्या। अर फिर उ तिसरा दिन मुरदो मा बटि ज्यून्दु ह्वे जौ।’”
अर हमतै उम्मीद छै कि यू ही मनखि इस्राएल राज्य तैं छुटकारु देणु खुणि चुण्यूं च। अर यू सब बात दुई दिन पैलि ह्वेनि, अर आज तिसरु दिन च।
अर ऊंन बोलि, “श्रीमान, हमतै याद च, कि ये झूठ्ठा मनखि न जब उ ज्यून्दु छौ, त वेन बोलि छौ, ‘मि तीन दिन बाद ज्यून्दु ह्वे जौलु।’
अर वे बगत बटि यीशु अपणा चेलों तैं बतौण लगि गै कि, “मेरु यरूशलेम नगर कू जाण जरुरी च, अर उख मि अध्यक्षों, मुख्य पुरोहितों अर शास्त्री लोगु का द्वारा भौत दुख उठौलु अर ऊ मितैं मरवै द्याला, अर मि तिसरा दिन मुरदो मा बटि ज्यून्दु ह्वे जौलु।”
किलैकि ऊ वेतैं ऊं लोगु का हवाला करला जु कि यहूदी जाति का नि छिन, ताकि वु वेको मजाक उड़ा अर वेका दगड़ा मा गळत बरतौ कैरा, अर वे पर थुकला,
अर जौं बातों तैं यीशु बोन्नु छौ, ऊ बात वु नि समझ सकिनी। अर यों बातों को मतलब ऊं बटि छिप्यूं रै, इलै या बात चेलों का समझ मा नि ऐ।