लूका 17:30 - Garhwali30 अर ठिक इन्नि वे दिन भि होलु, जब मनखि को पुत्र आलु। Gade chapit laगढवली नयो नियम30 अर वे दिन भि यु जन होलो जब मि मनिख कु नौंनो को अचानक से दुबारा वापिस आलो। Gade chapit la |
अर जन सोना तैं परखणु खुणि आग की जरुरत होन्दी ताकि उ खरु बणौ, ठिक उन्नि तुमरा जीवनों मा अजमैस इलै औन्दी, ताकि तुम बिस्वास मा परखै जा अर खरा निकळि सैका। पर हे मेरा दगड़्यों, मि तुमतै बतै देन्दु, कि तुमरो बिस्वास त खतम ह्वे जाण वळा सोना से भि भौत जादा कीमती च। इलै जब तुम अजमैसों मा बटि निकळि के मजबूत होनद्यां, त यीशु मसीह का औण का बगत मा तुमतै पूरि तारीफ, बडै अर पूरु आदर जरुर मिललु।