तब यीशु न चेलों तैं बतै, “यू जरुरी च कि मनखि को पुत्र भौत खैरि खौऽ, अर अध्यक्षों, मुख्य पुरोहितों अर शास्त्री लोग वेतैं नकारी के मरवै द्या, मगर उ तिसरा दिन मुरदो मा बटि ज्यून्दु ह्वे जालु।”
तब यीशु चेलों तैं सिखौण लगि गै कि यू जरुरी च कि मनखि को पुत्र भौत खैरि खौऽ, अर अध्यक्ष, मुख्य पुरोहित अर शास्त्री लोग वेतैं नकारी के मरवै द्या, मगर उ तिसरा दिन मुरदो मा बटि ज्यून्दु ह्वे जालु।
तब यीशु न ऊंकू बोलि, “क्या तुमुन पवित्रशास्त्र मा कभि इन नि पैढी कि, “‘जै ढुंगा तैं मिस्त्रियों न फुंन ढोळि छौ, उई कुणों को खास ढुंगो बणि गै? अर यू प्रभु की तरफा बटि ह्वे, अर हमरा दिखण मा यू अदभुत च।’
इन इलै ह्वे, किलैकि ज्वा बात परमेस्वर का रैबर्या यशायाह न बोलि छै, उ सब सच्च ह्वे जौ। अर वा बात इन च, की “हे प्रभु कैन हमरा वचनों पर बिस्वास कैरी? अर कै पर प्रभु की शक्ति परगट ह्वेई?”
फिर यीशु न अपणा बारह चेलों तैं अलग मा लि जैके बोलि, “सुणा, हम लोग यरूशलेम नगर जाणा छां, अर जु-जु बात मनखि का पुत्र का बारा मा परमेस्वर का रैबर्यों की लिखीं छिन, वु सब पूरि होलि।
वेन बोलि, “सुणा, हम लोग यरूशलेम नगर कू जाणा छां, अर उख मनखि का पुत्र तैं मुख्य पुरोहितों अर शास्त्री लोगु का हवाला किये जालु, अर वु वे पर इळजाम लगाला कि वेतैं जान से मार दिये जौ, अर वेतैं ऊं लोगु का हवाला करला जु कि यहूदी जाति का नि छिन।
अर ऊंतैं सिखौण दौं वेन ऊंकू बोलि कि, “मनखि को पुत्र लोगु का हाथों मा पकड़वै जालु, अर ऊ वेतैं जान से मारी द्याला, पर मुरण का बाद तिसरा दिन वु मुरदो मा बटि ज्यून्दु ह्वे जालु।”