लूका 15:7 - Garhwali7 अर मि या बात तुमतै बतै देन्दु, कि जु आनन्द ऊं निन्याणबे लोग का खातिर मणये जान्दु, वेसे भि जादा आनन्द एक पापि मनखि का पापों बटि पस्ताप करण का बगत मा स्वर्गलोक मा मणये जान्दु, हाँ ऊं निन्याणबे लोगु से जादा जौं तैं पस्ताप करण की कुई जरुरत नि च।” Gade chapit laगढवली नयो नियम7 मि तुम मा सच बुल्णु छौं कि इन कै एक मन फिराण वला पापी का बारा मा स्वर्ग मा इन ही आनन्द होलो जथग निन्यानबे धर्मियों का बारा मा भि नि हूंद जौं तैं मन फिरौंण कि जरुरत नि च। Gade chapit la |