25 अर जब एक बड़ी भीड़ यीशु का दगड़ा मा जाणि छै, त वेन पिछनै मुड़ि के ऊंकू बोलि कि,
25 जब बड़ी भीड़ वेका दगड़ा मा जांणि छै त वेल पिछनै फरकि के ऊंकु बोलि,
अर जब यीशु शास्त्री का इख बटि ऐ गै, त यीशु तैं मिलणु खुणि बिजांम लोगु की भीड़ इकट्ठा ह्वे गै, अर लोगु की संख्या इथगा छै, कि वु एक-दुसरा पर फरक्योंणा छा। तब यीशु न सबसे पैलि अपणा चेलों कू बोलि कि, “सुणा, फरीसी लोगु का ढोंग रुपी खमीर से चौकस रा।
किलैकि मि तुमतै बतै देन्दु कि, ऊं न्यूत्यां लोगु मा बटि कैन भि मेरी दावत को खाणु नि चखण।’”
“अगर कुई मनखि मेरु चेला बणण चान्दु हो, मगर उ मनखि अपणा ब्वे-बाब, घरवळी अर अपणा बाल-बच्चों तैं अर अपणा भै-बैंणो तैं इख तक की अपणा पराण तैं मिसे भि जादा प्यार करदु हो, त इन्द्रयो मनखि मेरु चेला नि ह्वे सकदु।