लूका 14:21 - Garhwali21 अर यू सब बात नौकर न अपणा मालिक मा जैके बुलिनी। तब घौर का मालिक तैं भौत गुस्सा ऐ, अर वेन नौकर कू बोलि, ‘तू तुरन्त नगर का बजारों मा अर बाटों मा जा, अर उख बटि गरीबों, लूला-लंगड़ो अर अन्धों तैं लेके इख अऽ।’ Gade chapit laगढवली नयो नियम21 वे नौकर ल अपड़ा मालिक मा ऐ के सभि बात सुणैनी त घौर का स्वामि ल गुस्सा मा हवे कै वे नौकर कु बोलि, शहर का बाजारों मा गलियों मा तुरंत जा अर कंगालों लूला लंगड़ों अर अंधों तैं इख ली कै औ। Gade chapit la |
अर जु बिस्वासी समुदाय का मुखिया लोग छिन, तुम ऊंकी आज्ञा माणा अर ऊंका अधीन मा रा, किलैकि वु तुमरा जीवन खुणि बड़ी चिन्ता करदिन, अर वु भौत अच्छे से जणदिन कि ऊंतैं तुमरा जीवन को हिसाब-किताब परमेस्वर तैं देण पोड़लु। अर तुम ऊंकी बात को पालन कैरा, ताकि वु खुशी से ये काम तैं कैरी सैका ना कि दुखी ह्वेके। किलैकि अगर जु वु दुखी छिन त वां से तुमतै कुई फैदा नि च।