2 अर उख एक मनखि यीशु का समणि छौ, जु कि बिमार छौ अर वेको पूरु सरील फूली गै छौ। अर ईं बिमारि को नौ जलशोथ च।
2 उख एक आदिम वेका संमणी जैकु हथ अर खुट्टा सूज गै छा तैं (जलोदर का रोग) छो।
एक दिन इन ह्वे कि, यीशु सब्त का दिन पर फरीसी दल का मुख्यों मा बटि कै एक मुखिया का घौर मा रुट्टी खाणु कू गयूं छौ, अर वु वेतैं बड़ी ध्यान से दिखणा छा।
तब यीशु न नियम-कानूनों तैं जनण वळो अर फरीसी दल का लोगु कू बोलि, “क्या सब्त का दिन पर कै मनखि तैं खूब करण ठिक च या नि च?”