28 पर वेन बोलि, “धन्य त ऊ छिन जु परमेस्वर का वचन तैं सुणदिन अर वेका मुताबिक चलदा भि छिन।”
28 वेल बोलि, हां पर धन्य छिन उ जु परमेश्वर का वचन तैं सुणदींनि अर मणदींनि।
अर वेन ऊं लोगु कू बोलि, “मेरी माँ अर मेरा भै ऊ छिन, जु परमेस्वर का वचन तैं सुणदिन अर वेका मुताबिक चलदिन।”
अगर तुम यों बातों तैं जाणि के ऊंका मुताबिक चलिल्या त तुम धन्य छाँ।”
धन्य छिन ऊ, जौन अपणा कपड़ा धुईन, अब ऊंका पास जीवन का डाळा को फल खाणु को अर गेट से नया यरूशलेम नगर मा दाखिल होण को अधिकार च।
धन्य च उ जु ईं भविष्यबाणी का वचनों तैं पढदु, अर धन्य छिन वु लोग भि जु यों वचनों तैं सुणदिन, अर या मा लिखीं बातों को पालन करदिन, किलैकि यू सब बात पूरि होण वळी छिन।