लूका 10:20 - Garhwali20 पर फिर भि ईं बात से आनन्द नि मणा, कि खबेस भि तुमरा समणि हार माणी जनदिन। मगर ईं बात को आनन्द मणा, कि तुमरा नौ स्वर्ग मा लिख्यां छिन।” Gade chapit laगढवली नयो नियम20 पर आनन्द नि ह्वा किलैकि दुष्टात्माओं तुम्हरी आज्ञाओं तैं मणदी च पर यांसे खुश ह्वा कि तुमारा नौं स्वर्ग मा लिख्यां छिन। Gade chapit la |
अर तुम बिस्वासी समुदाय मा अयां छाँ, अर समुदाय का लोगु का नौ स्वर्ग मा लिख्यां छिन। अर सुणा, परमेस्वर न ऊंतैं अपणी औलाद बणै के अपणा पैला जनम्यां नौना होण को अधिकार ऊंतैं दियाली। तुम वे परमेस्वर का पास अयां छाँ, जु कि सभ्यों को न्याय सच्चै से करदु। अर तुम पुरणा जमना का ऊं बिस्वासी लोगु का पास अयां छाँ, जु परमेस्वर की बातों का पिछनै चलि के परमेस्वर का पास औण का लैख बणि गैनी।
अर जु दैंत तिन देखि, पैलि उ ज्यून्द छौ पर अब वु मोरि गै, मगर उ फिर से ज्यून्द ह्वेके अधलोक बटि निकळि के आलु, अर वेको नास फिर से ह्वे जालु। अर धरती पर रौण वळा जौं लोगु का नौ दुनियां की शुरुवात बटि जीवन की किताब मा नि लिख्यां छिन, वु सब लोग वे दैंत का दगड़ा मा जु कुछ भि ह्वे देखि के बड़ु ताजुब करला।