पर फिर भि जब उ गलील का मुलक मा ऐ, त गलील का लोगु न वेको पूरु आदर-सम्मान कैरी। किलैकि ऊ भि फसह का त्योवार का बगत यरूशलेम मा छा, अर जथगा भि चमत्कार यीशु न उख करिनी ऊं सभि चमत्कारों तैं ऊंन अपणी आंख्यों न देखि छौ।
यहूदिया मुलक को राजा हेरोदेस अन्तिपास छौ। अर ऊं दिनों मा ही यीशु को जनम यहूदिया मुलक का बैतलहम गौं मा ह्वे, तब पूरब दिसा का देसों बटि कुछ जोतिस यरूशलेम नगर मा ऐनी।
जब वे अधिकारी न या बात सुणी, कि यीशु यहूदिया का मुलक बटि गलील का मुलक मा ऐ गैनी, तब उ वेका पास गै, अर वेसे बिन्ती कैरी कि, “गुरुजी, चलि के मेरा नौना तैं ठिक कैरी द्या, किलैकि उ मुरण वळु च।”