हे मेरा भै-बैंणो, एक जनानि अपणा पति का दगड़ा ब्यौ का रिश्ता मा तब तक जुड़ी रौन्दी जब तक उ ज्यून्द च। अर अगर वींका पति की मौत ह्वे जौ, त वा फिर आजाद च अर जैका दगड़ा मा चौ ब्यौ कैरी सकदी, मगर उ मनखि प्रभु यीशु पर बिस्वास करण वळु हो।
ब्यौ सब लोगु का बीच मा आदर की बात समझै जौ, अर पति अर पत्नी एक-दुसरा खुणि वफादार रा, किलैकि परमेस्वर गळत सम्बन्ध रखण वळा लोगु तैं, अर एक बैख या जनानि पर गळत नजर रखण वळो तैं जरुर दण्ड द्यालु।
तब राजा ऊंतैं जबाब द्यालु, ‘मि तुम बटि सच्च बोन्नु छौं, कि जु लोग मि पर बिस्वास करदिन ऊंमा बटि कै एक का दगड़ा मा भलै का काम तुमुन नि करिनी। हाँ, ऊंका दगड़ा मा ही जौं तैं लोग कुछ नि समझदिन, इलै सुणा, भलै का वु काम तुमुन मेरा दगड़ा मा भि नि करिनी।’
तब राजा ऊंतैं जबाब द्यालु, ‘मि तुम बटि सच्च बोन्नु छौं, कि जु भलै तुमुन मि पर बिस्वास करण वळा लोगु का दगड़ा मा करिनी जौं तैं लोग कुछ नि समझदिन, वु सब भलै तुमुन मेरा दगड़ा मा ही करिनी।’
इलै यीशु का भैयों न वेकू बोलि, “तू इख बटि निकळि के यहूदिया का मुलक मा चलि जा। किलैकि जु चमत्कारिक कामों तैं तू करदी, ऊंतैं तेरा पिछनै चलण वळा भि देखि सैका।
अर जब उ बरनबास तैं मिली त बरनबास वेतैं अन्ताकिया नगर मा अफ दगड़ा लेके ऐ। अर ऊ पूरा एक साल तक बिस्वासी समुदाय का लोगु से मिलणा रैनी, अर लोगु तैं सिखौणा रैनी। अर अन्ताकिया नगर का बिस्वासी लोगु खुणि ही सबसे पैलि “ईसै” बुले गै।
अर ये अकाळ का बगत मा ही अन्ताकिया नगर का बिस्वासी लोगु न इन फैसला कैरी, कि हरेक मनखि यहूदिया मुलक मा रौण वळा बिस्वासी लोगु की मदद करणु खुणि जै से जथगा ह्वे सकलु, उ उथगा दे सकदु च।