यूहन्ना 17:8 - Garhwali8 किलैकि जु वचन तुमुन मितैं देई वु मिन ऊंतैं बतैयालि, अर ऊंन वेतैं स्वीकार कैरी। अर ऊ सच्चि मा ईं बात तैं जाणि गैनी, कि मि तुमरि तरफा बटि अयूं छौं, अर ऊ बिस्वास भि करदिन कि मितैं तुमुन ही भेजि। Gade chapit laगढवली नयो नियम8 इलै जु संदेश तिल मि तैं दींनि, मिल ऊं तैं दे दींनि, अर ऊंल संदेश पर विश्वास कैरी अर सच-सच जांणि लील्या कि मि तेरा तरपां बट्टी अयुं छौं अर यु विश्वास कैरी कि तिल मि तैं भेजि। Gade chapit la |
अर जब हम तुमरा पास अयां, त तुमुन परमेस्वर का वचन तैं स्वीकार कैरी। अर वे वचन तैं मनखि को वचन नि समझि, बल्किन मा परमेस्वर को वचन समझि के अपणा जीवन मा स्वीकार कैरी। इलै ईं बात का खातिर हम लगातार परमेस्वर को धन्यवाद करद्यां। अर या बात सच्च च, किलैकि यू वचन सच्चि मा परमेस्वर को ही वचन च जु की तुम बिस्वासी लोगु का बीच मा काम कनु च।
ईं किताब मा वु बात लिखी छिन जौं तैं यीशु मसीह न अपणा दिब्य दरसन का द्वारा मि पर परगट कैरी। अर यू सब बात वेन पिता परमेस्वर बटि पैनी, ताकि उ अपणा सेवकों पर ऊं घटनाओं का राज तैं परगट कैरो जु कि भौत जल्द पूरि होण वळी छिन। अर यों सब बातों तैं यीशु न अपणा स्वर्गदूत का द्वारा मि यूहन्ना पर परगट कैरी, मि जु कि यीशु को सेवक छौं।