यूहन्ना 11:42 - Garhwali42 अर मि जणदु छौं, कि तुम सदनि मेरी सुणद्यां। फिर भि जु लोग इख चौतरफि खड़ा छिन, ऊंका बानो मिन इन बोलि। ताकि यू बिस्वास कैरा, कि तुमुन ही मितैं भेजि च।” Gade chapit laगढवली नयो नियम42 मि जंणदु छौं, कि तु सदनी मेरी सुंणदि छै, पर मिल ईं भीड़ का कारण अमणी-संमणी खड़ी च, वे कारण मिल यु बोलि, की उ सब विश्वास कैरा कि तिल मि तैं भेजि।” Gade chapit la |
किलैकि पिता परमेस्वर न वु काम कैरिके दिखै दिनी, जु काम नियम-कानूनों न नि कैरी सैकी, अर सरील की इच्छा मा ऊंतैं पूरु करण बड़ु कठिन छौ। इलै वेन ये काम तैं पूरु करणु खुणि अपणा पुत्र तैं ईं दुनियां मा एक मनखि का रुप मा भेजि, ताकि एक पापि सरील तैं लेके उ पाप का दण्ड तैं अपणा मथि ले ल्यो, अर हमतै माफी मिली जौ।