हे मेरा प्यारा भै-बैंणो, सुणा, दुनियां का लोगु की नजर मा जु गरीब छिन, ऊंतैं परमेस्वर न चुणी। ताकि ऊ बिस्वास मा भरपूर ह्वे जा, अर परमेस्वर बटि प्यार करण वळो तैं जै राज को हकदार होणो को करार वेन कैरी, वेका हकदार वु बणि जा।
अर बिस्वास करण वळा कुछ लोगु तैं ढुंगे गै अर जान से मरे गै। अर कुछ लोगु का सरील तैं दुई हिस्सों मा चिरे गै, अर कुछ लोगु तैं तलवार का द्वारा मरे गै। अर कुछ लोग इन्द्रया भि छा जौन भेड़-बखरों की खाल पैरि के अपणा दिन कटिनी। अर कुछ लोगु न गरीबी की हालत मा अपणा दिन कटिनी अर दुख-मुसीबत अर बुरु बरतौ भि सै।
अगर कै मा गुजर-बसर करणु खुणि सब कुछ च। अर उ इन देखो कि कै दुसरो भै या बैंण मा कुछ कमी च, अर वेका बाद भि उ दया नि कैरो, त ईं बात तैं जाणि ल्या कि इन्द्रया मनखि मा परमेस्वर को प्यार नि च।