याकूब 1:25 - Garhwali25 पर जु मनखि परमेस्वर का नियम-कानून पर ध्यान देन्दु, अर ऊंतैं सुणी के भूली नि जान्दु, बल्किन मा पालन करदु तब उ अपणा हरेक काम मा आसीस पौन्दु। किलैकि नियम-कानून उत्तम अर आजाद करण वळा छिन। Gade chapit laगढवली नयो नियम25 अर जु मनिख पिता परमेश्वर की व्यवस्था तैं, जु पाप बट्टी आजाद करदो वे तैं ध्यान से सिखद अर सुणदु, उ मनिख इलै आशीष पालो कि सूंणि के बिसरदु नि च, पर उन ही काम करदु। Gade chapit la |
अर यां से इन पता चलदु कि परमेस्वर कथगा निठुर अर कथगा दया करण वळु च। अर जु लोग वेकी आज्ञा को पालन नि करदिन ऊंतैं वु निठुर सजा देन्दु, मगर जथगा भि लोग वेकी आज्ञा को पालन करदिन ऊंकी भलै करणु खुणि उ सदनि अगनै रौन्दु। इलै अगर जु तुम लोग वेकी आज्ञा को पालन नि करिल्या, त तुमरि हालत भि जैतून का ऊं फौंकों का जन ह्वे जाण जौं तैं तोड़ि के अलग किये गै।
मगर कुछ झूठ्ठा लोग जु कि लुकि-छिपी के सभा का बीच मा अयां छा, ऊंकी वजै से दिक्कत खड़ि ह्वे गै। अर वु ऊं जासूसों की तरौं छा, जु कि हमरि आजादी अर वे सम्बन्ध का बारा मा भौत अच्छे से जणदा छा, वु जणदा छा कि हम यीशु मसीह का द्वारा परमेस्वर का दगड़ा मा सम्बन्ध रखद्यां। अर वु लोग ईं आजादी तैं हम बटि छिनण चाणा छा, अर हमतै यहूदी नियम-कानूनों को गुलाम बणौण की पूरि कोसिस कना छा।