इब्रानी 6:4 - Garhwali4-6 अर जथगा भि लोग एक बार पिता परमेस्वर का उज्याळा मा ऐ गैनी, वेन ऊंतैं बयना का रुप मा पवित्र आत्मा अर वेका दगड़ा-दगड़ि दान-बरदान भि दिनी, अर जु लोग शुभ समाचार अर औण वळा बगत मा नई दुनियां का बारा मा जणदिन, अगर इन्द्रया लोग बिस्वास करण से दूर ह्वे जा, त इन्द्रया लोगु तैं फिर से बिस्वास मा वापस लौण बड़ु कठिन च। अर तुम ईं बात तैं भि जाणि ल्या कि इन्द्रया लोग परमेस्वर का पुत्र यीशु तैं फिर से क्रूस पर चडौन्दिन, अर सभ्यों का समणि वे पर कलंक लगौन्दिन। Gade chapit laगढवली नयो नियम4 जु लोग अपड़ा विश्वास तैं छोड़ी दींदिनि, ऊं तैं फिर से पछतांणै की स्थिति तक वापिस नि लये जा सकद; ऊंल एक बार पिता परमेश्वर का सत्य तैं पछयांणी जु पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी आंद अर स्वर्ग बट्टी वरदान पांद अर ऊंल दूसरों दगड़ी मिल कै पवित्र आत्मा पै, Gade chapit la |
अर जु लोग तुमरि शिक्षा को विरोध करदिन, इन्द्रया लोगु तैं तुमतै नमर बणि के सिखौण वळु होण चयेणु, किलैकि विरोध करण वळा यू लोग शैतान की इच्छा तैं पूरि करणु खुणि वेका जाल मा फंस्यां छिन। अर यों लोगु तैं ईं उम्मीद का दगड़ा मा सिखौ, कि क्या पता परमेस्वर यों तैं भि पस्ताप करण को मन दे द्यो, ताकि यू भि सच्चै का ज्ञान तैं समझि जा अर चौकस ह्वेके शैतान का जाल बटि छुटी जा।
अर अगर तुम मा बटि कुई कै भै या बैंण तैं इन पाप करद देखो, जु की वेतैं परमेस्वर बटि हमेसा खुणि दूर नि करदु, त तुमतै वे खुणि प्रार्थना करण चयेणी। अर परमेस्वर वेतैं जीवन द्यालु, जैन इन पाप नि कैरी जैकी वजै से उ मनखि परमेस्वर से दूर ह्वे जौ। मगर कुछ पाप इन्द्रया भि छिन जु कि ऊंतैं परमेस्वर बटि हमेसा खुणि दूर कैरी देन्दिन, अर इन्दरि बातों का बारा मा प्रार्थना करणु खुणि मि नि बुल्दु।