इब्रानी 4:3 - Garhwali3 अर जब पिता परमेस्वर न आराम कैरी, त वीं ही जगा मा औणु खुणि वेन हमतै भि न्यूत्युं च हम जु की वे पर बिस्वास करद्यां, ताकि हम भि वीं जगा मा दाखिल ह्वे सैका। अर या बात इनकै सच्चि साबित होन्दी, किलैकि एक बार पिता परमेस्वर न मनखियों तैं देखि के बोलि कि, “मिन गुस्सा मा ऐके इन कसम खै की, ‘यू लोग मेरा आराम की जगा मा कभि भि दाखिल नि होला।’” Gade chapit laगढवली नयो नियम3 अर इलै हम लोग जु वीं बातों पर विश्वास करदां जु पिता परमेश्वर ल बोलि, विश्राम की जगह मा प्रवेश करुला; अर दूसरों का बारा मा, पिता परमेश्वर ल बोलि, “मिल अपड़ा गुस्सा मा सौं खै, कि उ मेरा विश्राम की जगह मा प्रवेश नि कैरी सकला।” फिर भि हम जंणदा छा कि य विश्राम की जगह जु अब उख च, उ दुनिया की रचना का बगत बट्टी ही छो। Gade chapit la |