गलातियों 6:12 - Garhwali12 हे मेरा दगड़्यों, कुछ लोग दिखावा करणु खुणि तुमतै मजबूर करणा छिन, कि खतना का रिवाज तैं पूरु कैरा। अर मि तुमतै बतै देन्दु कि वु इन इलै करणा छिन, ताकि यीशु को परचार करण की खातिर ऊंतैं सतयै नि जौ। Gade chapit laगढवली नयो नियम12 यहूदियों तैं खुश नि कैरा कि उ तुम तैं स्वीकार कैरा, उ ही लोग तुम तैं खतना कनु कु लाचार करदींनि भस इलै कि उ यीशु मसीह कि सूली का कारण सतै नि जौंन। Gade chapit la |
पर जब मिन देखि कि उ शुभ समाचार की सच्चै का मुताबिक सीदी चाल नि चलणा छिन, त मिन सभ्यों का समणि पतरस कू बोलि, “पतरस, जब तू एक यहूदी जाति को होण का बाद भि ऊंकी तरौं जीवन जीणी छैई, जु यहूदी जाति का नि छिन। त फिर तू ऊं लोगु तैं यहूदी रीति-रिवाजों का मुताबिक चलणु खुणि किलै मजबूर कनि छैई, जु यहूदी जाति का नि छिन?
अर यीशु न भीड़ का लोगु कू इन भि बोलि कि, “जब तुम उपवास रखिल्या, त ढोंगि लोगु की तरौं तुमरा मुख पर उदासी नि हो, किलैकि ऊ अपणु मुख इन्द्रयो इलै बणै के रखदिन, ताकि लोग समझि जा कि ऊंको उपवास रख्युं च। पर मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौ, कि लोगु बटि त ऊंतैं आदर-सम्मान मिली गै, मगर पिता परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।
इलै जब तू कै गरीब तैं दान-दकछिणा दिली, त यां को ढिनडोरु नि मचै जन कि प्रार्थना भवन अर बाटों मा ढोंगि लोग अपणु ढिनडोरु मचौन्दिन, ताकि दुसरा लोगु बटि ऊंतैं पूरु आदर-सम्मान मिलु। पर मि तुमतै बतै देन्दु, कि सच्चि बात या च कि इन्द्रया लोगु तैं दुसरा लोगु बटि पूरु आदर-सम्मान त मिली गै, मगर परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।