गलातियों 5:22 - Garhwali22 पर पवित्र आत्मा को हमरा जीवन मा होण से इन गुण परगट होला जन कि, एक-दुसरा से प्यार करण, खुशी से रौण, शान्ति को जीवन, अर सबर रखण, दुसरो पर दया करण, भलै का काम करण, इमानदार रौण, Gade chapit laगढवली नयो नियम22 उ बरतौ जु पिता परमेश्वर का पवित्र आत्मा का द्वारा पैदा हूंद, उ यूं छिनी, प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, अर दया, भलै, अर दूसरों का प्रति विश्वासयोग्य हूंण, Gade chapit la |
हे मेरा भै-बैंणो, ठिक इन्नि जब यीशु मसीह तैं क्रूस पर मरे गै, त तुम भि वेका दगड़ा मा मरे ग्यां। इलै अब से तुम पुरणा नियम-कानूनों का भार से आजाद ह्वे ग्यां अर हमरु यीशु मसीह जैतैं पिता परमेस्वर न मुरदो मा बटि ज्यून्द कैरी अब उई तुमरो मालिक च। इलै अब तुम पिता परमेस्वर को सेवक बणि के भलै का काम कैरा।
अर तुमुन यीशु तैं नि देखि, अर ना ही वेतैं अभि दिखद्यां, मगर फिर भि तुम वे पर बिस्वास करद्यां, अर वेसे प्यार भि करद्यां, मगर सुणा, न्याय का दिन पर उ तुमरा बिस्वास का द्वारा ही तुमरि आत्मा तैं बचालु। अर यू बड़ु आनन्द तुमतै भरपूर कैरी द्यालु, जैको बखान हम अभि नि कैरी सकद्यां, किलैकि यू वु आनन्द च जु कि पिता परमेस्वर की महान आसीस से भरपूर होलु।
हे मेरा दगड़्यों, सिलवानुस एक इन भै च जैतैं मि भरोसा का लैख समझदु, वेका द्वारा मि या चिठ्ठी तुम लोगु खुणि लिखौणु छौं। अर ईं चिठ्ठी मा मिन कुछ शब्द ही लिखवैनी, ताकि तुमरा हौसला बढ़ो। अर मि इन गवै देन्दु, कि जु बात ईं चिठ्ठी मा लिखीं छिन, ऊ सब बात पिता परमेस्वर की सच्चि किरपा से छिन, अर तुम सब यों बातों मा मजबूत बणयां रा।