इफिसुस 4:31 - Garhwali31 अर अपणा-अपणा जीवनों बटि हरेक किसमे की कड़वाहट, नाराज होण वळु सभौ, गुस्सा करण, चिलाण, गळी देण, इन्दरि भौत सरी बुरै तैं अफ बटि दूर कैरा। Gade chapit laगढवली नयो नियम31 सब किस्मै कि कड़वाहट, रोष, गुस्सा, कलह, अर निंदा सब बुरै समेत तुम बट्टी दूर किये जौं। Gade chapit la |
अर मितैं ईं बात की डौऽर च कि कखि इन नि हो कि जब मि तुमरा बीच मा औंऽऽ, त जन मि चान्दु तुमतै उन नि पौं, अर जन तुम मिसे चन्द्यां उन तुम मितैं नि पा। अर मितैं इन भि डौऽर च कि तुमरा बीच मा झगड़ा करण वळा, खार खाण वळा, जल्दी नाराज होण वळा, अपणु ही भलु चाणा वळा, बदनाम करण वळा, झूठ्ठी बात फैलाण वळा, बड़ु मोन करण वळा, अर दंगा करण वळा लोग मौजूद छिन।
हे मेरा भै-बैंणो, तुम अपणी सोच तैं छुटा बच्चों की तरौं नि बणा, बल्किन मा समझदार बणा। अर अगर जु तुम बच्चों की तरौं ही बणण चन्द्यां, त बुरै खुणि बणा। अर या बात मि इलै बोन्नु छौं, किलैकि बच्चा कै की बुरै का बारा मा नि सोचदिन। अर जख तक पिता परमेस्वर की खासियत का बारा मा बात च, त तुम लोग स्यांणा लोगु की तरौं सोच रखा।
तब मिन स्वर्ग मा एक ऊँची आवाज तैं इन ऐलान करद सुणी, “सुणा, अब हमरा परमेस्वर की तरफा बटि मिलण वळु छुटकारा, अधिकार अर राज की स्थापना ह्वे गै, अर वेका मसीह को राज कन को अधिकार परगट ह्वे गै, किलैकि हमरा बिस्वासी भै-बैंणो पर दोष लगौण वळा तैं मूड़ी ढुळै गै, अर यू वु छौ जैन पिता परमेस्वर का समणि रै के ऊं पर दिन-रात दोष लगौण को काम कैरी।