खास चेलों 8:30 - Garhwali30 फिर उ वे रथ का जनै भागी के गै, अर फिलिप्पुस न वे अधिकारी तैं यशायाह रैबर्या की किताब पढद सुणी। तब वेन वे बटि पूछी, “साब, तुम जु पढणा छाँ, क्या वु तुमरा बिंगण मा भि औणु च?” Gade chapit laगढवली नयो नियम30 फिलिप्पुस के रथ का संमणी दौड़ि के पौंछि गै, अर वे तैं परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वला यशायाह की किताब तैं पढ़दी सूंणि, अर पूछि, “क्य तू जु पढ़णी छै वे तैं समझदी भि छै?” Gade chapit la |
इलै मि बिस्वासी समुदाय मा ऊं भाषाओं को इस्तेमाल नि करदु, किलैकि मि खुणि या बात जादा फैदे की च कि मि अपणा ज्ञान मा बटि जण चर-एक बात ही कैरुं, ताकि सब बिस्वासी लोग समझि सैका अर मजबूत ह्वे जा। अर अगर जु मि भौत सरी बात बोललु, अर कै की समझ मा कुछ भि नि अऽ, त फिर क्या फैदा ह्वे अर इन करण से कुछ भि नि होण।