19 “भैयों, या ताकत मितैं भि द्या ताकि जब मि कै मनखि पर हाथ रखूं त वु मनखि पवित्र आत्मा तैं पौ।”
19 “य सामर्थ मि तैं भि दया, कि जै पर मि हथ रखु, ऊं तैं पवित्र आत्मा मिली जौं।”
अर मिन बिस्वासी समुदाय का लोगु खुणि कुछ लिख्यूं छौ, मगर दियुत्रिफेस जु कि समुदाय का लोगु मा बड़ु बणण चान्दु उ हमरा अधिकार तैं स्वीकार नि कन चान्दु।
तुम जु एक-दुसरा बटि आदर-सम्मान पौण चन्द्यां, पर उ आदर-सम्मान जु केवल परमेस्वर की तरफा बटि मिलदु च वेतैं नि चन्द्यां, त फिर तुम कनकै मि पर बिस्वास कैरी सकदा छाँ।
तब पतरस अर यूहन्ना न ऊंन लोगु पर हाथ रखी, अर ऊंन पवित्र आत्मा तैं पै।
अर जब शमौन जादूगर न देखि, कि खास चेलों का हाथ रखण से पवित्र आत्मा मिलणु च, त वेन ऊंका समणि रुपया रखिनी। अर बोलि कि,
मगर पतरस न वेकू बोलि, “तेरु अर तेरा दगड़ा मा तेरा रुपयों को भि विणास ह्वे जौ, किलैकि तिन इन सोची कि परमेस्वर का दान तैं रुपयोंळ खरीद द्यूं,