पर गवर्नर फेस्तुस न यहूदियों तैं खुश करण की मनसा रखी के बोलि, “तू क्या चाणि छैई, कि यरूशलेम नगर जैके यों सब बातों को न्याय फिर से मेरा समणि उखि किये जौ?”
अर ऊंका बीच मा लगभग आठ-दस दिन रौण का बाद उ कैसरिया नगर कू वापिस चलि गै। अर जब गवर्नर फेस्तुस कैसरिया नगर मा पौंछी गै, त दुसरा दिन उ अपणा न्याय आसन मा बैठि, अर वेन पौलुस तैं बुलाणु खुणि अपणा सिपयों तैं आदेस दिनी।
अर यों सब बातों का बाद पौलुस न मकिदुनिया अर अखया मुलकों बटि ह्वेके यरूशलेम नगर जाण को विचार कैरी, अर वेन अपणा मन मा सोची कि, “वेका बाद त मितैं रोम भि जाण जरुरी च।”