अर भौत दुख-तकलीफ सौण का बगत मा भि तुमुन पवित्र आत्मा का द्वारा मिलण वळी खुशी से प्रभु का वचन तैं स्वीकार कैरी। अर अब ठिक इन्नि तुमरो जीवन भि हमरा अर प्रभु यीशु का चाल चलण का जन ह्वे गै।
अर मेरी प्रार्थना च कि परमेस्वर जु की आसा देण वळु च, तुमरा बिस्वास करण की वजै से तुमतै पूरि खुशी अर शान्ति से भरपूर कैरी द्यो, ताकि पवित्र आत्मा की ताकत से तुमरि आस वे पर बणि रौ।
पर पवित्र आत्मा को हमरा जीवन मा होण से इन गुण परगट होला जन कि, एक-दुसरा से प्यार करण, खुशी से रौण, शान्ति को जीवन, अर सबर रखण, दुसरो पर दया करण, भलै का काम करण, इमानदार रौण,
अर जब ऊंन इन प्रार्थना कैरी दिनी, त जख ऊ सब लोग इकट्ठा होयुं छा वा जगा हिली गै, अर वु सब पवित्र आत्मा से भरपूर ह्वे गैनी। अर येका बाद वु सब लोग फिर से परमेस्वर का वचन तैं बड़ी हिम्मतळ सुनौण लगि गैनी।
मकिदुनिया का दुसरा लोगु न बिस्वासी लोगु तैं भौत दुख देई। हालांकि यू बिस्वासी लोग गरीब छिन, मगर फिर भि ऊं लोगु न दुसरा बिस्वासी लोगु की मदद हमेसा दिल खोली के कैरी।
अर इथगा ही ना, बल्किन मा दुख-तकलीफ का बगत मा भि हम लोग अपणा पिता परमेस्वर पर गर्व कैरा, किलैकि हम जणदा ही छां, कि दुख-तकलीफ झिलण से हमरा जीवन मा सबर रखण को गुण पैदा होन्दु।
अर ऊ सभ्या का सभि पवित्र आत्मा से भरपूर ह्वे गैनी। अर पवित्र आत्मा न अपणा मुताबिक ऊंतैं बोन्न की ताकत दिनी, अर वु बन्नि-बन्नि किसम की भाषा बोन्न लगि गैनी।
बल्किन मा खुश ह्वा, किलैकि जु सतौ तुम पर होणु च वेका द्वारा तुम यीशु मसीह का दुख मा हिस्सेदार होणा छाँ। अर जब यीशु मसीह अपणा पूरा आदर-सम्मान का दगड़ा मा आलु, त तुमतै बड़ु आनन्द मिललु।
किलैकि पिता परमेस्वर का राज को मतलब खाण-पीण नि च, बल्किन मा वेकी नजर मा धरमी जीवन जीण से च। अर वेकी पवित्र आत्मा का द्वारा भलै करण, शान्ति से रौण, अर बड़ी खुशी से अपणु जीवन जीण से च।
अर ऊ एक मन ह्वेके हरेक दिन मन्दिर मा इकट्ठा होन्दा छा, अर प्रभु-भोज खुणि एक-दुसरा का घौर मा मिलदा छा, अर सब दिल खोली के खुशी से एक-दुसरा का दगड़ा मा खाणु खान्दा छा।
अर ये अकाळ का बगत मा ही अन्ताकिया नगर का बिस्वासी लोगु न इन फैसला कैरी, कि हरेक मनखि यहूदिया मुलक मा रौण वळा बिस्वासी लोगु की मदद करणु खुणि जै से जथगा ह्वे सकलु, उ उथगा दे सकदु च।