खास चेलों 13:48 - Garhwali48 अर या बात सुणी के दुसरि जाति का लोग भौत खुश ह्वे गैनी, अर प्रभु का वचन की बडै करण लगि गैनी। अर ऊं मदि जथगा लोगु तैं सदनि का जीवन जीणु खुणि चुणै गै छौ, ऊं सभ्यों न प्रभु यीशु पर बिस्वास कैरी। Gade chapit laगढवली नयो नियम48 यु सूंणि के अन्यजाति लोग भौत खुश हवीनि, अर पिता परमेश्वर का वचन की बड़ै कन लगि गैनी, अर जथग अनन्त जीवन कु ठैरिनि, ऊंल विश्वास कैरी। Gade chapit la |
तब ऊंन पौलुस का दगड़ा मा बात-चित करणु खुणि एक दिन ठैरै। अर जब उ दिन ऐ, त भौत सा लोग वे घौर मा जमा ह्वेनि, जै घौर मा पौलुस रुक्युं छौ। तब पौलुस ऊंतैं यीशु का बारा मा, मूसा का दियां नियम-कानूनों का बारा मा, अर रैबर्यों की किताबों बटि समझौण लगि गै, अर वेन परमेस्वर का राज का बारा मा भि अपणी गवै दे, अर यू सब बिंगौन्द-बिंगौन्द सुबेर बटि रुमुक ह्वे गै।
अर इन योजना बणयै गै, कि हम लोग पैलि निकळि के असुस्स नगर कू पाणि का जाज से चलि जां, अर भै पौलुस हमतै सीदा अस्सुस नगर मा ही मिललु। अर जब उ अस्सुस नगर मा पौंछी जालु, त हम वेसे मिली के उख बटि अगनै दगड़ा-दगड़ि निकळि जां। अर या योजना इन इलै बणयै गै, किलैकि भै पौलुस अपणी इच्छा से अस्सुस तक पैदल ही औण चाणु छौ।
तब पौलुस अर बरनबास की ऊं लोगु का दगड़ा मा ईं बात का बानो वाद-विवाद ह्वे, अर यू वाद-विवाद कुछ जादा ही बढी गै। तब बिस्वासी समुदाय का लोगु न ये सवाल का जबाब तैं पौण का बानो पौलुस अर बरनबास तैं अर ऊंका दगड़ा मा बिस्वासी समुदाय का कुछ और लोगु तैं यरूशलेम नगर कू भेजि, ताकि ऊ उख जैके खास चेलों अर अध्यक्षों बटि ईं बात को जबाब पै सैका।