खास चेलों 13:46 - Garhwali46 तब पौलुस अर बरनबास न बड़ी हिम्मत से ऊंतैं जबाब देई, “या बात भौत जरुरी छै कि परमेस्वर को वचन सबसे पैलि तुमतै ही सुणये जान्दु। मगर जब तुम ही वेतैं नकरणा छाँ अर अफ तैं सदनि का जीवन का लैख नि समझद्यां, त सुणा, अब से हम दुसरि जाति का बीच मा परचार करणु कू जाणा छां। Gade chapit laगढवली नयो नियम46 तब पौलुस अर बरनबास ल निडर हवे के बोलि, “जरूरी छो, कि पिता परमेश्वर को वचन पैली तुम तैं सुणये जांदु; किलैकि जब तुम वे तैं मना कैरी दींद, अर अफ तैं अनन्त जीवन का योग्य नि ठैरांदा, त अब, हम अन्यजाति लुखुं मा जौला।” Gade chapit la |
मिन पैलि दमिश्क नगर मा, अर फिर यरूशलेम नगर मा जैके परचार कैरी। अर येका बाद मि यहूदिया का पूरा मुलक मा, अर ऊं लोगु का बीच मा जैके परचार कनु रौं जु यहूदी जाति का नि छिन। ताकि वु सब अपणा-अपणा पापों से पस्ताप कैरिके परमेस्वर की तरफा ऐ जा, अर इन काम कैरा ज्यां से इन पता चलि जौ, कि ऊंन अपणा-अपणा पापों से पस्ताप कैरियाली।
मगर ऊं मदि कुछ लोग जादा ढीट ह्वे गैनी, अर ऊंन वे रैबार तैं मनण से इनकार कैर दिनी, अर सब लोगु का समणि प्रभु का बाटा का बारा मा अनाप-सनाप बोन्न लगि गैनी। इलै पौलुस प्रार्थना भवन तैं छोड़ि के चलि गै, अर बिस्वासी लोगु तैं अफ दगड़ा मा लि गै। अर तुरन्नस मनखि की पाठसाला मा पौलुस हरेक दिन बिस्वासी लोगु का दगड़ा मा बात-चित कनु रै।