2 कुरिन्थि 5:11 - Garhwali11 अर हम जणदा छां कि पिता परमेस्वर पर अपणी पूरि सरदा रखण को मतलब क्या च, इलै ही हम लोगु तैं सच्चै का बारा मा बतौन्द्यां ताकि वु भि सच्चै तैं स्वीकार कैरी सैका। अर परमेस्वर ईं बात का बारा मा जणदु च, अर मितैं पूरि उम्मीद च कि तुम भि वांका बारा मा खूब अच्छे से जणद्यां। Gade chapit laगढवली नयो नियम11 इलै प्रभु की डौर मांणी के हम सत्य पर विश्वास कनु कु लुखुं बट्टी बिनती करदा अर पिता परमेश्वर हम तैं पूरा ढंग से जंणदु च; अर मेरी आस य च, कि तुम्हरो विवेक हम तैं अच्छा ढंग से जंणदु च। Gade chapit la |
अर ईं बात की वजै से ही मि अर मेरा दगड़्या यीशु मसीह का राज्य को परचार करद्यां। अर जब हम लोगु तैं बतौन्द्यां, त यां को मतलब यू च कि पिता परमेस्वर खुद तुमतै अपणा पास बुलाणु च। इलै हे मेरा भै-बैंणो, यीशु मसीह का होण का नाता हम तुम से बिन्ती करद्यां, कि तुमरो रिश्ता पिता परमेस्वर का दगड़ा मा ठिक ह्वे जौ, इलै वेका पास औणु खुणि वेका पास वचन तैं स्वीकार कैरा।
तब ऊंन पौलुस का दगड़ा मा बात-चित करणु खुणि एक दिन ठैरै। अर जब उ दिन ऐ, त भौत सा लोग वे घौर मा जमा ह्वेनि, जै घौर मा पौलुस रुक्युं छौ। तब पौलुस ऊंतैं यीशु का बारा मा, मूसा का दियां नियम-कानूनों का बारा मा, अर रैबर्यों की किताबों बटि समझौण लगि गै, अर वेन परमेस्वर का राज का बारा मा भि अपणी गवै दे, अर यू सब बिंगौन्द-बिंगौन्द सुबेर बटि रुमुक ह्वे गै।