2 कुरिन्थि 5:10 - Garhwali10 किलैकि हम मा बटि हरेक तैं मसीह का न्याय आसन का समणि हाजिरा होण पोड़लु, ताकि हर मनखि जैन ये सरील मा रै के जन-जन काम कैरी होला, ऊंतैं ऊंका कामों का मुताबिक बदला दिये जौ अब चै वु अच्छा हो या बुरा। Gade chapit laगढवली नयो नियम10 किलैकि जरूरी च, कि हम सभियूं कु मसीह का द्वारा न्याय आसण पर बैठण का द्वारा न्याय किये जौं, कि हर एक आदिम अपड़ा-अपड़ा भला बुरा कामों का बदला जु वेल देह का द्वारा कैरी हूंनु, पौ। Gade chapit la |
इलै जबरि तक न्याय को बगत नि ऐ जान्दु, तबरि तक कै का दगड़ा मा कुई गळत काम नि कैरा। अर जब हमरु प्रभु यीशु आलु, त उई ईं बात को न्याय करलु, अर लोगु तैं ऊंका भला-बुरा कामों का बारा मा बतालु, जु ऊंन लुकि-छिपी के करिनी। अर उ इन भि बतालु, कि ऊंका मनों मा क्या च। तब पिता परमेस्वर ऊं लोगु की तारीफ करलु, जु वेका काम खुणि वफादार छिन।
अर पिता परमेस्वर की बात तुमरा समझ से भैर छिन, इलै मि तुमतै या बात बतौण चान्दु, कि पैलि तुमुन खुद तैं ईं दुनियां का गळत कामों अर वेका विचारों खुणि खुद तैं वेका सुपुर्द कैरिके रख्युं छौ इलै तुम वेका गुलाम बणि गै छा। मगर अब मि तुम से बिन्ती करदु कि तुम परमेस्वर की सच्चै खुणि खुद तैं वेका सुपुर्द कैरी द्या, ताकि तुम वेका सेवक बणि के पवित्र लोग बणि सैका।