2 कुरिन्थि 12:1 - Garhwali1 हे मेरा दगड़्यों, मितैं बड़ु मोन करण से कुई फैदा नि च किलैकि या बात मि खुणि खूब नि च। अर अब मि तुमतै प्रभु का द्वारा मिल्यां दिब्य दरसनो अर वेका द्वारा परगट कियां रैबारों का बारा मा बतौण चाणु छौं। Gade chapit laगढवली नयो नियम1 जबकि घमण्ड कन त मि कु ठिक नि च, फिर भि कन पुड़दो; पर मि प्रभु का दियां दर्शनों अर प्रकशनों की बात करुलु। Gade chapit la |
अर उख मि इलै ग्यों, किलैकि परमेस्वर न मि पर यू परगट कैरी छौ, कि मितैं उख जाण चयेणु। अर उख मि ऊं लोगु से मिलु, जु कि बिस्वासी समुदाय का अध्यक्ष लोग छा। अर ईं सभा मा मिन ऊंतैं अकेला मा जैके वे शुभ समाचार का बारा मा बतै, जैको परचार मि ऊं लोगु का बीच मा कनु छौं जु यहूदी जाति का नि छिन। अर इन मिन इलै कैरी, ताकि मेरी पैले की मेनत अर ज्वा मि अभि कनु छौं, कखि वा बरबाद नि ह्वे जौ।
पर प्रभु न मिकू बोलि, “पौलुस, मेरी किरपा ही त्वे खुणि काफी च, किलैकि जब तू कमजोर होन्दी तब मेरी ताकत पूरि तरौं से काम करदी।” इलै प्रभु न मिकू जु कुछ बोलि मि वीं बात की वजै से बड़ी खुशी मणौन्दु अर अपणी ईं कमजोरी पर बड़ु मोन करदु, ताकि लोगु तैं इन पता लगि सैको कि यू यीशु मसीह ही च जु कि मितैं अपणी सेवा करण की ताकत देन्दु।